नो केसलिंग शतरंज में आनंद नें क्रामनिक को हराया
"शह और मात " के खेल शतरंज में राजा की सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है और ऐसे मे किलेबंदी का महत्व सबसे ज्यादा होता है पर अगर आपसे किलेबंदी का नियम वापस ले लिया जाये तो खेल बेहद ही चुनौतीपूर्ण बन जाता है । दरअसल ऐसा एक मुक़ाबला जर्मनी के डोर्टमंड में खेला जा रहा है जिसमें दो पूर्व विश्व चैम्पियन भारत के विश्वनाथन आनंद और रूस के ब्लादिमीर क्रामनिक आपस में चार क्लासिकल मुकाबलों की सीरीज खेल रहे है । कल इस नो केसलिंग शतरंज का पहला मुक़ाबला खेला गया जिसमें इस समय बेहतरीन लय में नजर आ रहे विश्वनाथन आनंद नें एक शानदार जीत दर्ज करते हुए 1-0 की बढ़त कायम कर ली है । इस टूर्नामेंट की सफलता आने वाले समय में शतरंज के खेल में कुछ बड़े परिवर्तन का कारण बन सकती है । पढे यह लेख और देखे लाइव विश्लेषण का विडियो
स्पार्कसेन शतरंज ट्रॉफी – विश्वनाथन आनंद नें क्रामनिक को हराया
जबरजस्त लय मे चल रहे 51 वर्षीय भारत के पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद नें क्रोशिया ग्रांड चैस टूर के अपने शानदार खेल को जारी रखते हुए 48 वे डोर्टमंड शतरंज फेस्टिवल मे स्पार्कसेन शतरंज ट्रॉफी के पहले मुक़ाबले मे पूर्व विश्व चैम्पियन रूस के ब्लादिमीर क्रामनिक को पराजित करते हुए चार क्लासिकल मैच की श्रंखला मे 1-0 की बढ़त बना ली है । दरअसल यह मुक़ाबले “नो केसलिंग “ शतरंज के अंतर्गत खेले जा रहे है जिसमें खिलाड़ी को शतरंज के सभी नियमों को तो पालन करना होता है पर राजा की सुरक्षा का खास नियम किलबंदी करने की उन्हे अनुमति नहीं दी जाती है और ऐसे मे राजा की सुरक्षा करना कठिन काम बन जाता है और खेल बेहद चुनौतीपूर्ण बन जाता है ।
पहले मुक़ाबले मे सफ़ेद मोहरो से खेल रहे आनंद नें 26 वीं चाल मे एक प्यादे की बढ़त बना ली , क्रामनिक नें आनंद के राजा के ऊपर हमला किया पर इस दौरान उन्हे अपना एक ऊंट और खोना पड़ा और बेहद रोमांचक मुक़ाबले मे आनंद 66 चालों मे जाकर मैच अपने नाम कर पाये । अगले तीन दिन दोनों के बीच इसी तरह 3 और मुक़ाबले खेले जाएँगे ।
हिन्दी चेसबेस इंडिया यूट्यूब चैनल पर मैच का सीधा लाइव विश्लेषण किया गया
मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों नें मैच के बाद इसका विश्लेषण आधिकारिक चैनल पर भी किया